Medical Device Park in Gautam Budh Nagar नोएडा में मेडिकल डिवाइस पार्क
Medical Device Park in Gautam Budh Nagar नोएडा में मेडिकल डिवाइस पार्क
ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक जाने वाले मेट्रो प्रोजेक्ट को भले ही अभी तक केंद्र सरकार की मंजूरी नहीं मिल पाई हो लेकिन नॉर्थ इंडिया का महत्वपूर्ण मेडिकल डिवाइस पार्क यूपी को मिलने का रास्ता साफ हो गया है. भारत सरकार ने Yamuna Expressway के किनारे बनने वाले मेडिकल डिवाइस पार्क को मंज़ूरी दे दी है.
सरकार ने इस मेडिकल डिवाइस पार्क की डीपीआर पर मुहर लगा दी है. यमुना अथॉरिटी की 72वीं बोर्ड बैठक में भी इस पर मुहर लगा दी गई.
उत्तर भारत के गौतम बुद्ध नगर के साथ ही मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और तमिलनाडु में भी मेडिकल डिवाइस पार्क को मंजूरी दी गई है. देश का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क तेलंगाना में बना हुआ है. अब यूपी में यमुना अथॉरिटी एरिया के सेक्टर-28 में मेडिकल पार्क बनाया जाएगा. यूपी के इस मेडिकल डिवाइस पार्क में एक हजार स्क्वायर मीटर से लेकर 10 हजार स्क्वायर मीटर तक के 89 प्लाट होंगे.
यमुना अथॉरिटी की योजना मेडिकल डिवाइस पार्क में बड़ी कंपनियों से निवेश कराने की है. पार्क में मेडिकल डिवाइसेस और बड़ी मशीनें बनेंगी. इसमें इलेक्ट्रोनिक डिवाइस के साथ-साथ रेडियोलॉजिकल डिवाइस भी बनाई जाएंगी.
यमुना अथॉरिटी ने आईआईटी कानपुर को मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए नॉलेज पार्टनर बनाया है. जल्द ही आईआईटी कानपुर के साथ एक एमओयू भी साइन किया जाएगा. उम्मीद है कि मेडिकल डिवाइस पार्क में आने वाली कंपनियों को बिजली, पानी, स्टांप ड्यूटी, और ब्याज समेत अन्य कई मामलों मे छूट दी जाएगी.
Medical Device Park in Gautam Budh Nagar नोएडा में मेडिकल डिवाइस पार्क
यमुना अथॉरिटी के सेक्टर-28 में मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए 350 एकड़ जमीन चुनी गई है. पहले फेज में 100 एकड़ जमीन पर कन्स्ट्रक्शन होगा. इस मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए केन्द्र सरकार भी राशि देगी. इस मेडिकल डिवाइस पार्क में फ्लैटेड फैक्ट्री कॉन्सेप्ट लागू किया जाएगा. फ्लैटेड फैक्ट्री कॉन्सेप्ट से ऐसे कारोबारी भी कारोबार शुरु कर सकते हैं जिनके पास कम कैपिटल है. जिन कारोबारियों के पास ज़मीन खरीदने और फैक्ट्री बनवाने से लेकर उसका स्ट्रक्चर तक तैयार कराने के लिए कैपिटल नहीं है उनके लिए फ्लैटेड फैक्ट्री कॅन्सेप्ट बहुत काम आता है. इसके तहत अपने काम के हिसाब से फैक्ट्री में पहले से तैयार फ्लोर किराए पर लेकर काम शुरु किया जा सकता है.