Jewar Airport Latest News in Hindi जेवर में दूसरे फेज़ का अधिग्रहण कितने महीने में पूरा होगा?
Jewar Airport Latest News in Hindi जेवर में दूसरे फेज़ का अधिग्रहण कितने महीने में पूरा होगा?

यूपी में गौतम बुद्ध नगर ज़िले के जेवर में नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट के लिए दूसरे फेज़ के लैंड एक्विज़िशन का काम जारी है. जिला प्रशासन ने 1365 हेक्टेयर जमीन के लिए यूपी सरकार को धारा 11 का प्रस्ताव भेज दिया है।

सरकार के अप्रूवल के बाद इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। ज़मीन मालिकों को मुआवजा वितरण के बाद जमीन पर कब्जा लिया जाएगा.
लैंड एक्विज़िशन के अधिकारी बलराम सिंह ने मीडिया को बताया है कि यूपी सरकार को धारा 11 का भू अर्जन प्रस्ताव भेज दिया गया है। शासन की मुहर के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
जेवर एयरपोर्ट के दूसरे फेज़ के लिए 1365 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। दूसरे फेज़ की ज़मीन में 180 हेक्टेयर जमीन सरकारी है।
अधिग्रहण प्रक्रिया में सबसे पहले सोशल इंपैक्ट एसेसमेंट कराया गया। इस सर्वे के बाद जिला प्रशासन ने किसानों की सहमति लेने का काम शुरू किया था।
जिला प्रशासन, यमुना प्राधिकरण और जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने किसानों से चर्चा की और सहमति देने का अनुरोध किया। विधायक ने किसानों को मुख्यमंत्री से भी मिलवाया और उनकी मांगों को पूरा कराया। इसके बाद किसानों ने सहमति देनी शुरू की।

करीब 76 प्रतिशत किसानों की सहमति मिलने के बाद जिला प्रशासन ने शासन को धारा 11 का प्रस्ताव भेजा है। अब शासन की अनुमति के बाद जिला प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा।
शासन की मुहर के बाद खसरा नंबर का मौके पर जमीन से मिलान किया जाएगा। किसानों के नामों को मिलाया जाएगा। अगर कोई ग़लती होगी तो उसे सुधारा जाएगा। इसके बाद इस डीटेल को पब्लिश किया जाएगा.
जिन किसानों को विस्थापित किया जाना है, उनके विस्थापन की कार्य योजना बनाई जाएगी। उन्हें कहां पर बसाया जाएगा, क्या-क्या सुविधाएं होंगी, किस किसान को कितना बड़ा प्लॉट मिलेगा… ये सभी जानकारी इस योजना में होगी। ये कार्यवाही धारा-19 और 21 के तहत होगी।

इसके बाद किसानों को मुआवजा वितरित किया जाएगा और जमीन पर कब्जा ले लिया जाएगा. दूसरे फेज में
करौली बांगर की 159 हेक्टेयर
दयानतपुर की 145 हेक्टेयर
कुरैब की 326 हेक्टेयर
रन्हेरा की 458 हेक्टेयर
मुढरह की 46 हेक्टेयर
और
बीरमपुर की 49 हेक्टेयर ज़मीन अक्वायर की जानी है. इस पूरी प्रक्रिया में लगभग चार महीने का समय लग जाएगा.