Jewar Airport Connectivity सड़क, रेल, और मेट्रो से कनेक्ट होगा जेवर एयरपोर्ट
Jewar Airport Connectivity सड़क, रेल, और मेट्रो के ज़रिए जेवर एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी
जेवर में बन रहा नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट कनेक्टिविटी के मामले में देश का नंबर वन एयरपोर्ट होगा. सड़क, रेल और मेट्रो के ज़रिए जेवर एयरपोर्ट देश के अलग-अलग हिस्सों से वेल कनेक्टेड होगा. रोड, रेल और मेट्रो से जिस तरह जेवर एयरपोर्ट जुड़ा होगा वैसे देश का कोई भी एयरपोर्ट जुड़ा हुआ नहीं है.

जेवर एयरपोर्ट आगरा को दिल्ली से जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेस वे के पास बनाया जा रहा है. इसे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा. दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेसवे गौतमबुद्ध नगर की सीमा के सबसे करीब हरियाणा के बल्लभगढ़ से होकर गुजर रहा है. बल्लभगढ़ से नोएडा एयरपोर्ट तक सड़क का निर्माण कर इसकी कनेक्टिविटी दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेसवे तक हो जाएगा.

अगर रेल कनेक्टिविटी की बात करें तो जेवर एयरपोर्ट ग्रेटर नोएडा के ही बोड़ाकी में बनने वाले रेलवे टर्मिनल से भी जुड़ेगा. बोड़ाकी रेलवे टर्मिनल से देश के पूर्वी हिस्से की ओर जाने वाली ट्रेनें चलेंगी. इससे दिल्ली, नई दिल्ली और आनंद विहार टर्मिनल पर भी दबाव कम होगा. ग्रेटर नोएडा और उसके आसपास रहने वालों को पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, और पश्चिम बंगाल जैसी जगहों ट्रेनें यहीं से मिल सकेंगी.
बोड़ाकी के पास मल्टीमोडल ट्रांसपोर्ट हब और लॉजिस्टिक हब डेवेलप किए जा रहे हैं. 1208 हेक्टेयर एरिया में ये दोनों हब लगभग 3884 करोड़ रुपये की लागत से बनेंगे. हाल ही में केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है. मल्टीमोडल ट्रांसपोर्ट हब यात्रियों के लिए लॉजिस्टिक हब इंडस्ट्रीज़ के माल ढुलाई के लिए बनाया जा रहा है. मल्टीमोडल ट्रांसपोर्ट हब प्रोजेक्ट के तहत रेलवे, बस अड्डा व मेट्रो कनेक्टिविटी विकसित होगी. यहां अंतरराज्यीय बस अड्डा भी बनाने की योजना है.

इसके अलावा नोएडा एयरपोर्ट को मेट्रो कनेक्टिविटी देने के लिए यीडा और डीएमआरसी के बीच एमओयू हो चुका है. नोएडा एयरपोर्ट को परी चौक यानी नॉलेज पार्क से जोड़ने के लिए डीपीआर बनाने का काम दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को सौंप दिया है. परी चौक को शिवाजी स्टेडियम मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो से जोड़ने के लिए फिजिबिलटी रिपोर्ट भी डीएमआरसी से तैयार करवायी जा रही है.
जेवर एयरपोर्ट के तेजी से हो रहे काम को देखते हुए इसे मेट्रो रेल से जोड़ने का काम प्रदेश सरकार की प्रायोरिटी में शामिल है.

एयरपोर्ट मेट्रो प्रोजेक्ट में नॉलेज पार्क से जेवर एयरपोर्ट के बीच हर छह या सात किलोमीटर पर एक मेट्रो स्टेशन होगा. इस मेट्रो लाइन पर 6 स्टेशन बनने की उम्मीद है जो कि सेक्टर 18, सेक्टर 20, सेक्टर 21, सेक्टर 22 डी, सेक्टर 28 और जेवर एयरपोर्ट पर बनेंगे.