Greater Noida west metro ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो कंस्ट्रक्शन अपडेट Greater Noida west metro construction update
Greater Noida west metro ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो कंस्ट्रक्शन अपडेट Greater Noida west metro construction update

ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो कंस्ट्रक्शन अपडेट का इंतज़ार करने वालों के लिए एक नया अपडेट सामने आया है. इस प्रोजेक्ट के लिए पांचवीं बार टेंडर जारी किया जाना है. लंबे वक्त से शुरू होने का इंतज़ार कर रहे प्रोजेक्ट की कागज़ी कार्यवाही में अब कुछ हलचल होती दिखाई दी है. यानी ये प्रोजेक्ट अब एक कदम और आगे बढ़ गया है.
ख़बर ये है कि भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में इस प्रोजेक्ट को लेकर एक प्रेज़ेंटेशन दिया गया है. एनएमआरसी यानी नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन के अधिकारियों की ओर से ये प्रेज़ेंटेशन फाइनेंस मिनिस्ट्री को दिया गया है. प्रेज़ेंटेशन के दौरान वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने एनएमआरसी के अधिकारियों से इस प्रोजेक्ट के प्लैन के बारे में जानकारी ली. साथ ही इस प्रोजेक्ट के रेवेन्यू मॉडल के बारे में भी फाइनेंस मिनिस्ट्री के अधिकारियों ने जानने की कोशिश की.

अब वित्त मंत्रालय को इस प्रोजेक्ट के बारे में अपनी राय देनी है. उम्मीद जताई जा रही है कि वित्त मंत्रालय कुछ शर्तों के साथ इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे देगा. इससे पहले ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो ट्रेन का काम लगातार लेट होता रहा है. इस प्रोजेक्ट का टेंडर चार बार रद्द किया जा चुका है. चौथी बार जब टेंडर निरस्त करना पड़ा तब चार कंपनियों ने टेंडर डाला था लेकिन प्रोजेक्ट की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानी DPR को केन्द्र सरकार की मंजूरी मिलने में हो रही देरी की वजह से टेंडर लटक गया. NMRC अधिकारियो के मुताबिक केंद्र सरकार से मंजूरी मिलते ही इसके निर्माण के लिए टेंडर जारी कर दिया जाएगा।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट यानी नोएडा एक्सटेंशन का मेट्रो रूट लगभग 15 किलोमीटर का होगा. इसमें AQUA लाइन के नोएडा सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन से नालेज पार्क तक के नौ स्टेशन शामिल हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रोजेक्ट का काम दो चरणों में करवाया जाना है. पहले चरण में लगभग 9 किलोमीटर के कॉरीडोर का काम होगा जोकि नोएडा सेक्टर-71 से ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-2 तक होगा.

टारगेट था कि साल 2021-2022 में मेट्रो का काम शुरू हो जाता लेकिन मेट्रो ट्रेन की फाइल केन्द्र सरकार के पास जाकर रुक गई. अब केंद्र से हरी झंडी मिलने के बाद ही मेट्रो का काम आगे बढ़ेगा. नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (NMRC) ने फैसला लिया है कि जब डीपीआर पर केन्द्र की मुहर लग जाएगी तभी टेंडर जारी किया जाएगा.
इस मेट्रो प्रोजेक्ट के संचालन से लाखों की आबादी को फायदा मिलेगा. इस रूट पर मेट्रो की मांग लंबे समय से उठ रही है. पहले चरण के काम के लिए बजट भी कुछ दिनों पहले ही बढ़ाया गया है. पहले चरण के लिए इस प्रोजेक्ट की लागत 491.99 करोड़ रुपये आंकी गई थी. लेकिन बाद में बजट बढ़ा कर 563 करोड़ आंका गया है. वहीं, पूरे कारिडोर का बजट 2456 करोड़ रुपये है।