Best Hindi film 2022 Goodbye review गुडबाय: मौत या जिंदगी का Right Turn?
Best Hindi film 2022 Goodbye review Hindi film worth watching
Best Hindi film 2022 Goodbye review गुडबाय: मौत या जिंदगी का Right Turn?
मौत या जिंदगी का Right Turn?
ओशो समेत कई लोगों ने मृत्यु को एक उत्सव माना है. फिल्म गुडबाय भी मौत को मातम नहीं बल्कि ज़िंदगी के रोड पर एक राइट टर्न की तरह पेश करती है. किसी अपने की मौत के बाद परिवार पर क्या असर पड़ता है और क्या नहीं…इसी को बताती है ये फिल्म.
ये फिल्म 2022 में 7 अक्टूबर को रिलीज़ हुई थी, और उसी दिन सुबह… इस फिल्म के एक बुजुर्ग कलाकार अरुण बाली ये दुनिया छोड़ दी थी. अरुण बाली ने गुडबाय में अमिताभ यानी हरीश भल्ला के ससुर और नीना गुप्ता यानी गायत्री के पिता का रोल किया है.
फिल्म के राइटर और डायरेक्टर हैं विकास बहल जो इससे पहले सुपर थर्टी और क्वीन जैसी फिल्में डायरेक्ट कर चुके हैं.

अमिताभ बच्चन ने पत्नी की मौत से दुखी पति और ज़िम्मेदार पिता का किरदार आसानी से निभा दिया है. उनकी पर्सैनलिटी इतनी उम्र होने के बाद भी दमदार है. और अभिनय तो लाजवाब है ही.
फिल्म का वो सीन कम से कम दो बार देखने लायक है जब रश्मिका मंधाना यानी तारा को उसकी मां की मौत की ख़बर मिलती है. तारा फिल्म में एक ऐसी लड़की है जो मॉडर्न होने के नाम पर एक ऐसे लड़के के साथ एक फ्लैट में रहने की जिद करती है जिसे उसने अभी तक अपना प्यार भी नहीं माना है.

तारा इतनी मॉडर्न है कि अगर उसकी मां जीते जी उसे अपनी कोई चीज़ ना दे तो तारा अपनी मां की मौत की भी बात कर लेती है ताकि मां की मौत के बाद उसे वो चीज़ मिल सके.
फिल्म में हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के लॉजिक पर सवाल उठाए गए हैं और उन सवालों के जवाब भी खूबसूरती से दिये गये हैं. गायत्री की मौत के बाद भल्ला फैमिली के मेम्बर और उनके पड़ोसी जो-जो हरकतें करते हैं उनसे पूरी फिल्म के दौरान आपके होठों पर मुस्कान आती रहती है.
अगर आपने ये फिल्म नहीं देखी है तो ज़रूर देखें क्योंकि ये फिल्म कहती है कि किसी के कॉल को कभी इग्नोर ना करें… क्या पता कॉल करने वाले का वो आखिरी कॉल हो.