Agra Master Plan 2031 आगरा मास्टर प्लान 2031 में क्या-क्या होगा ?
Agra Master Plan 2031 आगरा मास्टर प्लान 2031 में क्या-क्या होगा ?
हाउसिंग कमिश्नर अजय चौहान के सामने फजीहत होने के बाद अब आगरा डेवेलपमेंट ऑथॉरिटी के अफसर मास्टर प्लान 2031 में बदलाव करने के काम में लगे हैं.
लंबे वक्त से आगरा के लिए मास्टर प्लान 2031 बनाने की कोशिश चल रही है. मास्टर प्लान 2031 तैयार करने की जिम्मेदारी रुद्राभिषेक एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड को दी गई है.
पहले तय की गई टाइम लिमिट के हिसाब से मास्टर प्लान 2031 को 31 मार्च 2021 तक लागू हो जाना चाहिए था लेकिन कोविड की वजह से मामला लटकता रहा. उसके बाद कोरोना की दूसरी लहर के कारण इसे पेश करने का वक्त 15 सितंबर रखा गया लेकिन रुद्राभिषेक कंपनी मास्टर प्लान तैयार नहीं कर पाई.

ग्रेटर आगरा की योजना के कारण बार बार मास्टर प्लान का ड्राफ्ट बदलता रहा. आखिरकार 30 सितंबर को हाउसिंग कमिश्नर अजय चौहान की अध्यक्षता में बनी कमेटी के सामने मास्टर प्लान का प्रेजेंटेशन दिया गया लेकिन इसमें भी काफी कमियां पाई गईं. इन कमियों को सुधारने के लिए 7 दिन का वक्त दिया गया है. अब इसमें ग्रेटर आगरा, इंटीग्रेटेड मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर, और मेडिसिटी को भी शामिल किया जाएगा. वैसे इन तीनों प्रोजेक्ट्स को पूरा होने में एक से दो साल का वक्त लगेगा लेकिन ये मास्टर प्लान 2031 का हिस्सा होंगे.
मास्टर प्लान में ये भी बताया जाएगा कि इन तीनों प्रोजेक्ट के आने से लोगों को कितना फायदा होगा, रोजगार कितने पैदा होंगे, और विकास कितना होगा. हाउसिंग कमिश्नर अजय चौहान ने एडीए के अफसरों से कहा है कि एत्मादपुर तहसील के पास फ्रेट कारिडोर बनने से आसपास के एरिया का तेजी से विकास होगा. मास्टर प्लान में बताया जाना चाहिए कि कि कारिडोर का कितना असर पड़ेगा. मास्टर प्लान में ये भी डीटेल होनी चाहिए कि कारिडोर के दोनों तरफ रोजगार के कितने मौके उपलब्ध होंगे. उन्होंने ये भी कहा कि इनर रिंग रोड के किनारे 612 हेक्टेअर में ग्रेटर आगरा बसाया जा रहा है. इसके लिए इनर रिंग रोड से सीधे रास्ता दिया जाएगा. नया शहर बसने से आसपास के इलाकों का भी तेजी से डेवेलपमेंट होगा. इसी के नज़दीक 125 हेक्टेअर ज़मीन पर मेडिसिटी बनाई जाएगी.