Agra Master Plan 2031 News आगरा मास्टर प्लान 2031
Agra Master Plan 2031 News आगरा मास्टर प्लान 2031
ग्रेटर आगरा बनाने की तैयारी कर रहा आगरा विकास प्राधिकरण पहले कदम पर ही लड़खड़ा गया है. 30 सितम्बर को यूपी सरकार के सामने मास्टर प्लान 2031 का प्रेजेंटेशन देने गए ऑथॉरिटी के अफसरों की अच्छी खासी फजीहत हो गई.
मास्टर प्लान 2031 बना रही कंपनी के अफसरों और ऑथॉरिटी के अफसरों को यूपी सरकार के सामने शर्मिंदगी इसलिए झेलनी पड़ी क्योंकि उनकी तैयारी आधी अधूरी थी.
दरअसल, अमृत योजना के तहत आगरा का जीआईएस यानी जियोग्रैफिक इन्फॉरमेशन सिस्टम बेस्ड मास्टर प्लान 2031 बनाया जाना है. 30 सितंबर को एडीए यानी आगरा डेवेलपमेंट ऑथॉरिटी और मास्टर प्लान तैयार कर रही कंपनी के अधिकारी सरकार की कमेटी के सामने प्रेजेंटेशन देने गए थे. इस कमेटी के अध्यक्ष हाउसिंग कमिश्नर अजय चौहान हैं. कमेटी ने इन अफसरों से कई सवाल पूछे जिनके जवाब ना तो एडीए के अफसरों के पास थे और ना ही कंपनी के अधिकारियों के पास. जब अफसरों से पूछा गया कि ग्रेटर आगरा, मेडिसिटी, और इंडस्ट्रियल कारिडोर जैसी योजनाओं के लिए मास्टर प्लान में क्या प्रावधान किया गया तो एडीए के अफसरों के पास कोई जवाब नहीं था. मास्टर प्लान बनाने वाली कंपनी आरईपीएल यानी रुद्राभिषेक एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी भी इस सवाल का कोई जवाब नहीं दे पाए.

इसी तरह से भविष्य में बिजली और पानी की ज़रूरत के हिसाब से व्यवस्था पर भी कमेटी को कोई जवाब नहीं मिल पाया. मास्टर प्लान में डिफेंस कॉरीडोर को आगरा से जोड़ने को लेकर भी कोई प्लानिंग नहीं की गई है.
इस मीटिंग से साफ हो गया कि एडीए यानी आगरा विकास प्राधिकरण के अफसरों ने मास्टर प्लान बनाने की प्रक्रिया की ठीक से निगरानी नहीं की है.
उधर मास्टर प्लान बनाने वाली कंपनी रुद्राभिषेक एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड ने भी प्लानिंग में एग्रीमेंट का ध्यान नहीं रखा. हाउसिंग कमिश्नर अजय चौहान ने इस पर नाराजगी जताते हुए मास्टर प्लान में बदलाव के लिए एक हफ्ते का वक्त दिया है.