Valentines Day क्यों मनाया जाता है वेलेंटाइन डे Valentine Week के दिन
Valentines Day क्यों मनाया जाता है वेलेंटाइन डे? Valentine Week के दिन कौन से हैं?
वेलेंटाइन डे का इतिहास क्या है और कब मनाया जाता है? Valentine day history and reason in hindi
हर साल 14 फरवरी का दिन दुनिया भर में वेलेंटाइन डे या Valentine’s Day के तौर पर मनाया जाता है. ये दिन इतिहास में प्रेम के प्रतीक के तौर पर दर्ज है.
14 फरवरी को मनाया जाने वाला ये दिन अलग-अलग देशों में अलग-अलग तरीके से और अलग-अलग विश्वास के साथ मनाया जाता है. ख़ास तौर पर पश्चिमी देशों में इस दिन की रौनक अपने पूरे शबाब पर होती है. दूसरी तरफ़ पूर्वी देशों में भी इस दिन को अपने-अपने अंदाज से मनाया जाता है.
प्यार क्या है ज़िंदगी है या अंधेरी रात है.
फलसफों के खेल में ये जीत है या मात है.
आंसुओं की झील में डूबे हैं प्रेमी खुद यहां.
कोई न कोई तो इसमें ख़ास ऐसी बात है.
आज हम आपको बता रहे हैं कि आखिर इस दिन को मनाए जाने के पीछे की वजह क्या है लेकिन उससे पहले जान लेते हैं कि कैसे मनाया जाता है Happy valentines day.
चीन में 14 फ़रवरी का ये दिन ‘नाइट्स ऑफ सेवेन्स’ के तौर पर मनाया जाता है. ये दिन प्यार में डूबे दिलों के लिए खास होता है. उधर जापान और कोरिया में इस दिन को ‘वाइट डे’ का नाम दिया गया है. खास बात ये है कि इन देशों में इस दिन से लेकर पूरे एक महीने तक लोग अपने प्यार का इजहार करते हैं और एक-दूसरे को गिफ्ट और फूल देकर अपनी फीलिंग्स का इजहार करते हैं.
Valentine’s Day यानी मोहब्बत का दिन, इश्क के इज़हार का दिन. अपने जज्बातों को शब्दों में बयां करने के लिए वेलेंटाइन डे या Valentine’s Day का हर धड़कते हुए दिल को बेसब्री से इंतजार होता है.
प्यार भरा ये दिन खुशियों का प्रतीक माना जाता है और हर प्यार करने वाले शख्स के दिल में ख़ास जगह रखता है.
एक अनुमान के मुताबिक पूरी दुनिया में हर साल करीब एक बिलियन यानी 100 करोड़ यानी 1 अरब लोग एक-दूसरे को वेलेंटाइन कार्ड भेजते हैं. दुनिया में क्रिसमस के बाद वेलेंटाइन्स डे ही ऐसा मौका होता है जब पर सबसे ज्यादा कार्ड खरीदे जाते हैं.
वेलेंटाइन्स डे Valentines Day के मौके पर पश्चिमी देशों में पहले से चली आ रही परंपरा के मुताबिक प्रेमी एक-दूसरे को प्रेम-पत्र Love Letter तो भेजते ही हैं. साथ ही दिल, क्यूपिड और फूलों जैसे गिफ्ट के ज़रिए भी अपने प्रेम का इज़हार करते हैं. इस दिन की अहमियत का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 19वीं सदी में अमेरिका ने 14 फ़रवरी को अधिकारिक तौर पर छुट्टी घोषित कर दी थी.
अब आपको बताते हैं कि वेलेंटाइन डे मनाने की शुरुआत कैसे और कब हुई. इसके बारे में जानकारी मिलती है 1260 में तैयार की गई किताब ‘ऑरिया ऑफ जैकोबस डी वॉराजिन’ में.
इस किताब में सेंट वेलेंटाइन का ज़िक्र मिलता है.
किताब के मुताबिक तीसरी शताब्दी में रोम में सम्राट क्लॉडियस का शासन था. क्लॉडियस का मानना था कि शादी करने से पुरुषों की शक्ति और बुद्धि कम हो जाती है. क्लॉडियस ने आदेश जारी कर दिया कि उसका कोई भी सैनिक या अधिकारी शादी नहीं करेगा.
रोम के शासक क्लॉडियस के इस क्रूर आदेश का संत वेलेंटाइन नाम के शख्स ने विरोध किया. संत वेलेंटाइन इस आदेश के विरोध में अपनी बात लोगों को बताते रहे. संत वेलेंटाइन की बातों और तर्कों से प्रभावित होकर बड़ी संख्या में क्लॉडियस के सैनिकों और अधिकारियों ने शादी की. अपने आदेश के विरोध को देखकर क्लॉडियस इस हद तक नाराज़ हो गया कि उसने संत वेलेंटाइन को मारने का फैसला कर लिया.
14 फरवरी सन् 269 या 270 को क्लॉडियस ने संत वेलेंटाइन को फांसी पर चढ़वा दिया. उस दिन के बाद से ही 14 फ़रवरी का दिन इतिहास में दर्ज होकर अमर हो गया. संत वेलेंटाइन को फांसी दिए जाने के दिन को ही आज की दुनिया वेलेंटाइन्स डे के तौर पर मनाती है.
हालांकि मोटे तौर पर तो यही माना जाता है कि इस दिन जिस संत वेलेंटाइन को फांसी हुई थी उन्हीं की याद में ये दिन मनाया जाता है लेकिन इतिहास में उन वेलेंटाइन के अलावा भी कई और संत वेलेंटाइन का ज़िक्र किया गया है.
1969 में कैथोलिक चर्च की ओर से कुल मिलाकर 11 सेंट वेलेंटाइन के होने की बात कही गई. ये भी कहा गया कि 14 फरवरी का दिन इन सभी वेलेंटाइन संतों का सम्मान है. हालांकि इनमें सबसे महत्वपूर्ण वेलेंटाइन रोम के सेंट वेलेंटाइन माने जाते हैं.
कहा जाता है कि सेंट वेलेंटाइन ने अपनी मौत के वक्त अपनी आंखें दान करने की बात कही थी. जिस जेल में उन्हें रखा गया था उसके जेलर की बेटी जैकोबस नेत्रहीन थी. संत वेलेंटाइन ने कहा था कि उनकी मौत के बाद उनकी आंखें जेलर की बेटी के काम आएं.
जेलर की नेत्रहीन बेटी जैकोबस को संत वेलेंटाइन ने एक चिट्ठी लिखी थी जिसमें उन्होंने आखिर में लिखा था ‘तुम्हारा वेलेंटाइन’. ये दिन था 14 फरवरी. प्रेम के लिए बलिदान देने वाले इस संत की याद में हर साल 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे मनाने का चलन शुरू हुआ।
वेलेंटाइन-डे के ज़रिए पूरी दुनिया में सच्चे प्रेम का संदेश फैलाया जाता है.
पिछले कुछ सालों में सोशल मीडिया के बढ़ने से कम्यूनिकेशन बेहद आसान हो गया है और इसी वजह से वेलेंटाइन्स डे की पॉपुलैरिटी दुनियाभर में बढ़ती जा रही है. इसे मनाने वालों की तादाद में भी बहुत भारी इजाफा हुआ है.
हालांकि हमारे देश में वैलेंटाइन डे मनाने को लेकर कुछ वर्गों से विरोध के स्वर भी उठते रहते हैं, लेकिन इस सब से बेखबर लोग फूल, चॉकलेट और तोहफे देकर अपने प्यार का इजहार करते हैं.
फरवरी का महीना प्यार के कद्रदानों के लिए बेहद स्पेशल होता है. इस महीने युवा लड़के-लड़कियों से लेकर उम्रदराज़ पुरुष और महिलाएं भी एक अलग उमंग और उत्साह से भरे रहते हैं.
इस महीने के ज़्यादातर दिन प्रेमी बहुत बिज़ी रहते हैं क्योंकि फरवरी के अलग-अलग दिनों के ख़ास मायने हैं. अब हम आपको बताते हैं वेलेंटाइन वीक के ख़ास दिनों यानी days of valentine week के बारे में.
Days of Valentine Week
7 फ़रवरी रोज डे Rose Day
8 फ़रवरी प्रपोस डे Propose Day
9 फ़रवरी चोकलेट डे (Chocolate Day)
10 फ़रवरी टेडी डे (Teddy Day)
11 फ़रवरी प्रॉमिस डे (Promise Day)
12 फ़रवरी हगडे (Hug Day)
13 फ़रवरी किस डे (Kiss Day)
14 फ़रवरी वैलेंटाइन डे (Valentine’s Day)
15 फरवरी – स्लैप डे (Slap Day)
16 फरवरी – किक डे (Kick Day)
17 फरवरी – परफ्यूम डे (Perfume Day)
18 फरवरी – फ्लर्टिंग डे (Flirting Day)
19 फरवरी – कन्फेशन डे (Confession Day)
20 फरवरी – मिसिंग डे (Missing Day)
7 फ़रवरी – रोज़ डे ये दिन रोज़ डे के रूप में मनाया जाता है। अपनी फीलिंग्स को शेयर करने के लिए आप अलग-अलग रंगों के गुलाबों का इस्तेमाल कर सकते हैं. जैसे प्यार के इज़हार के लिए अपने प्रेमी को लाल गुलाब और दोस्ती के लिए अपने साथी को पीला गुलाब दे सकते हैं.
8 फरवरी – प्रपोज डे रोज़ डे के अगले दिन होता है प्रपोज डे. प्रपोज डे पर प्रेमी-प्रेमिकाएं अपने चाहने वाले से प्यार का इजहार करते हैं. अगर आप किसी से अपने दिल की बात कहना चाहते हैं तो प्रपोज डे पर कह डालिए क्योंकि ये दिन आप ही के लिए बना है.
9 फरवरी – चॉकलेट डे प्रपोज़ डे के बाद बारी आती है चॉकलेट डे की. चॉकलेट डे पर आप अपने प्यार को चॉकलेट देकर अपने संबंधों को मीठा बना सकते हैं.
10 फरवरी – टेडी डे जब आपने अपने प्रेमी को चॉकलेट दे दी तो अब बारी है कुछ स्पेशल गिफ्ट देने की. इसके लिए 10 फ़रवरी को मनाया जाता है टेडी डे जिसमें सॉफ्ट सा टेडी टॉय देकर आप अपने प्यार को और गहरा बना सकते हैं.
11 फरवरी – प्रॉमिस डे 11 फ़रवरी को प्रॉमिस डे मनाया जाता है. सच्चे प्रेमी प्रॉमिस डे पर एक-दूसरे से प्यार निभाने का वादा करते हैं और अपने संबंध को मज़बूती देते हैं.
12 फरवरी – किस डे किस डे पर सच्चे प्रेमी-प्रेमिका किस के जरिए अपना प्यार जताते हैं. इसके लिए 12 फ़रवरी का दिन तय है.
13 फरवरी – हग डे 13 फ़रवरी को हग डे पर आप अपने साथी को एक जादू की झप्पी दे सकते हैं और उन्हें बता सकते हैं कि वो आपके लिए कितने खास हैं.
14 फरवरी – वेलेंटाइन डे Valentines Day ये दिन Happy valentines day कहने का दिन है. प्यार करने वालों के लिए सबसे बड़ा दिन है वेलेंटाइन्स डे. इसे संत वेलेंटाइन की याद में मनाया जाता है. इस दिन आप अपने प्रेमी या प्रेमिका के साथ सारा दिन बिता सकते हैं. 14 फरवरी को आप उन्हें ब्यूटीफुल गिफ्ट्स भी दे सकते हैं.
15 फरवरी – स्लैप डे 15 फरवरी को मनाया जाता है स्लैप डे. इस दिन आपको ज़रा संभल कर रहना होता है.
16 फरवरी – किक डे किक डे 16 फरवरी को मनाया जाता है. ये दिन खट्टी-मीठी नोक-झोंक का दिन है. ये दिन किक मारने का दिन है लेकिन प्यार से.
17 फरवरी – परफ्यूम डे परफ्यूम डे यानी खुशबू का दिन. 17 फ़रवरी के दिन फूल और परफ्यूम गिफ्ट किए जाते हैं.
18 फरवरी – फ्लर्टिंग डे फ्लर्टिंग डे पर आप अपने प्यार के साथ फ्लर्ट करने का मज़ा ले सकते हैं.
19 फरवरी – कन्फेशन डे 19 फरवरी को मनाया जाता है कन्फेशन डे. इस दिन आप अपनी सारी ग़लतियों को अपने प्यार के सामने कन्फेस करते हैं. इस दिन आप अपनी उन गलतियों को न दोहराने का भी वादा करते हैं.
20 फरवरी – मिसिंग डे मिसिंग डे अपने प्रेमी या प्रेमिका से दूर रहने का दिन है. इस दिन को एन्जॉय करने के लिए आप अपने प्रिय से दूर रहें. इस दिन आप एक-दूसरे के साथ बिताए पलों को याद करते हैं. आप अपने प्यार को प्यार भरे मिसिंग यू के मैसेज भी भेजते हैं.
Padma Awards 2020 पद्म पुरस्कार 2020 सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, मैरी कॉम और जॉर्ज फर्नांडीज़ को पद्म विभूषण
Padma Awards 2020 पद्म पुरस्कार 2020 सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, मैरी कॉम और जॉर्ज फर्नांडीज़ को पद्म विभूषण
भारत सरकार ने 25 जनवरी 2020, शनिवार को पद्म पुरस्कार 2020 की घोषणा की. इसमें 7 हस्तियों को पद्म विभूषण, 16 को पद्म भूषण और 118 को पद्मश्री दिए जाने का ऐलान किया गया है.
पद्म विभूषण
सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, मैरी कॉम, छन्नू लाल मिश्रा और जॉर्ज फर्नांडीज़ को पद्म विभूषण
पद्म भूषण
मनोहर पर्रिकर (मरणोपरांत), आनंद महिंद्रा, पीवी सिंधू, एससी जमीर, मुमताज अली, सैयद मुआजेम अली (मरणोपरांत), मुजफ्फर हुसैन बेग, अजय चक्रवर्ती, मनोज दास, बालकृष्ण दोषी, कृष्णाम्मल जगन्नाथन, अनिल प्रकाश दोषी, सेरिंग नंडोल, नीलकंठ रामकृष्ण माधव मेनन (मरणोपरांत), प्रो जगदीश सेठ और वेणु श्रीनिवासन
Anand Mahindra (Trade and Industry) and PV Sindhu (Sports) conferred with Padma Bhushan award.
पद्म श्री Padma Awards-2020
जगदीश लाल आहूजा, मोहम्मद शरीफ, तुलसी गौड़ा और मुन्ना मास्टर को पद्म श्री सम्मान
जिन लोगों को पद्म श्री के लिए चुना गया उनमें करन जौहर, कंगना रनौत, अदनान सामी, एकता कपूर,जगदीश लाल आहूजा, मोहम्मद शरीफ, तुलसी गौड़ा और मुन्ना मास्टर का नाम शामिल था. 1984 भोपाल गैस कांड मामले के पीड़ितों के लिए लड़ाई लड़ने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल जब्बार को मरणोपरांत पद्मश्री से सम्मानित किए जाने का ऐलान किया गया. 14 नवंबर 2019 को उनका देहांत हो गया था.
गणतंत्र दिवस के मौके पर दिए जाने वाले पद्म श्री पुरस्कारों के हकदारों में लंगर बाबा जगदीश लाल आहूजा, सामाजिक कार्यकर्ता जावेद अहमद टेक, सामाजिक कार्यकर्ता सत्यनारायण मुनडयूर, सामाजिक कार्यकर्ता एस रामकृष्ण और सामाजिक कार्यकर्ता योगी आर्यन का नाम शामिल है.
Humraah Lyrics in Hindi Malang हमराह लिरिक्स इन हिन्दी मलंग
Humraah Lyrics in Hindi from the movie Malang हमराह लिरिक्स इन हिन्दी मलंग Film
”Humraah” Lyrics of the ”Humraah” song from the movie Malang is Latest Hindi song in the voice of Sachet Tandon. The song features Aditya Roy Kapur and Disha Patani. The music of this song has been composed by The Fusion Project. The ”Humraah” lyrics has been penned by Kunaal Vermaa and the video has been directed by Mohit Suri.
दिल को जाने क्या हुआ मिलके अपना सा तू लगा कैसे मैं करूँ बयां तुमसे ये जुनून है या गुमान ऐसे मुझे तुम मिले तुम मिले जैसे कोई दिन खिले दिन खिले जाने कहाँ हम चले हम चले चाहे जो भी दिल करे
जिस राह जिस राह भी जाऊं तुझको तुझको ही चाहूँ हमराह अब से मेरा तू हमराह मैं भी तेरा हूँ
जिस राह जिस राह भी जाऊं तुझको तुझको ही चाहूँ हमराह अब से मेरा तू हमराह मैं भी तेरा हूँ
एहसानमंद है दिल अब से ये तेरा ये मर्ज़ कैसा है क्या नाम दूं बता घर की दीवारें टूटी दिल का जहां दिखा है
आंखों ने आज देखा ख्वाबों का आसमां है तेरा करता हूँ शुक्रिया
जिस राह जिस राह भी जाऊं तुझको तुझको ही चाहूँ हमराह अब से मेरा तू हमराह मैं भी तेरा हूँ
जिस राह जिस राह मैं भी एहसानमंद है दिल अब से ये तेरा ये मर्ज़ कैसा है क्या नाम दूं बता
Dil Ko Jaane Kya Hua Milke Apna Sa Tu Laga Kaise Main Karun Bayaan
Tumse Ye Junoon Hai Ya Gumaan Aise Mujhe Tum Mile Tum Mile Jaise Koyi Din Khile Din Khile Jaane Kahan Hum Chale Hum Chale Chahe Jo Bhi Dil Kare
Jis Raah Jis Raah Bhi Jaaun Tujhko Tujhkho Hi Chaahun Humrah Abse Mera Tu Humraah Main Bhi Tera Hu
Jis Raah Jis Raah Bhi Jaaun Tujhko Tujhkho Hi Chaahun Humrah Abse Mera Tu Humraah Main Bhi Tera Hu
Aehsaanmand Hai Dil Ab Se Ye Tera Ye Marz Kaisa Hai Kya Naam Du Bata Dil Ki Diwaarein Tuti Dil Ka Jahan Dikha Hai Aankhon Ne Aaj Dekha Khwaabon Ka Aasman Hai Tera Karta Hu Shukriyan
Jis Raah Jis Raah Bhi Jaaun Tujhko Tujhkho Hi Chaahun Humraah Abse Mera Tu Humraah Main Bhi Tera Hu
Jis Raah Jis Raah Main Bhi Aehsaanmand Hai Dil Ab Se Tera Ye Marz Kaisa Hai Kya Naam Du Bata
Delhi election aap candidate list दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 Aam Aadmi Party List
Delhi election aap candidate list दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 Aam Aadmi Party candidate list
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 का नतीजा 11 फ़रवरी 2020 को आएगा. इससे पहले 8 फ़रवरी 2020 को दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा.
आम आदमी पार्टी aap ने सभी 70 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है.
दिल्ली में मुख्य मुकाबला सत्तासीन आम आदमी पार्टी (AAP) और केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच है, हालांकि कांग्रेस की स्थिति भी पिछले चुनाव के मुकाबले मज़बूत लग रही है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में आम आदमी पार्टी Aam Aadmi Party ने ऐतिहासिक जीत हासिल की थी. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में आम आदमी पार्टी ने 67 सीटों पर जीत हासिल की थी. इस चुनाव में बीजेपी को सिर्फ़ 3 सीटें मिली थीं जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था. चुनाव में जीत के बाद अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और मनीष सिसोदिया ने उपमुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली थी. 2015 से पहले 2013 में भी आम आदमी पार्टी ने 28 सीटें जीतकर कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई थी.
दिल्ली में आम आदमी पार्टी Aam Aadmi Party की सरकार बनने से पहले कांग्रेस की शीला दीक्षित लगातार 15 साल तक यहां की मुख्यमंत्री रही थीं। दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटें हैं जिसमें से 58 सामान्य श्रेणी की है जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित हैं.
दिल्ली विधानसभा का गठन पहली बार 7 मार्च, 1952 को किया गया था. तब दिल्ली विधानसभा में 48 सदस्य थे. इसके बाद 1956 में राज्य पुनर्गठन आयोग की सिफारिशों के के बाद दिल्ली को केंद्रशासित प्रदेश बना दिया गया. इसके तहत मंत्री परिषद खत्म कर दी गई. इसके बाद विधानसभा की जगह दिल्ली मेट्रोपॉलिटन काउंसिल ने ले ली. इसके बाद 1991 में दिल्ली मेट्रोपॉलिटन काउंसिल की जगह एक बार फिर दिल्ली विधानसभा ने ले ली.
Mahamrityunjaya Mantra महामृत्युंजय मंत्र Maha Mrityunjaya Mantra in Hindi
Mahamrityunjaya Mantra महामृत्युंजय मंत्र Maha Mrityunjaya Mantra in Hindi
Mahamrityunjaya Mantra महामृत्युंजय मंत्र दिलाता है हर तकलीफ़ से छुटकारा. Mahamrityunjaya Mantra महामृत्युंजय मंत्र से ही मिलता है हर समस्या का समाधान.
आदियोगी भगवान शिव के पूजन में मंत्रों के जाप का बहुत ही ज़्यादा महत्व है. भगवान शिव की पूजा के दौरान कई तरह के मंत्रों का जाप किया जाता है. कार्यसिद्धि के लिए इन अलग-अलग मंत्रों की संख्या भी अलग होती है.
मान्यता है कि जब कोई मनुष्य सच्चे मन से इन शिव के मंत्रों का जाप करता है तो उसे उसकी हर कठिनाई और मुश्किल का हल मिल जाता है।
आज हम बात कर रहे हैं ऐसे ही एक मंत्र की. ये मंत्र है महामृत्युंजय मंत्र. ये मंत्र शिव शंभू का बहुत ही प्रिय मंत्र है.
Mahamrityunjaya Mantra महामृत्युंजय मंत्र को एक ऐसा मंत्र माना जाता है जिसका जप करने से मनुष्य मृत्यु पर भी विजय प्राप्त कर सकता है. शास्त्रों में अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग संख्याओं में मंत्र के जप का विधान है. मतलब अलग-अलग उद्देश्य के लिए मंत्रों के जाप की संख्या भी अलग-अलग होती है. किसी समस्या के निदान के लिए 1100 बार मंत्र का जाप किया जाता है तो किसी दूसरी समस्या के लिए मंत्रों के जाप की संख्या दस गुना तक बढ़ जाती है।
आइए जानते हैं कि किस समस्या में महामृत्युंजय मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए.
-अगर आप किसी भय से ग्रसित हैं और उससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको 1100 बार मंत्र का करना चाहिए.
-अगर आपको कोई रोग है और कई कोशिशों के बावजूद आपको उस बीमारी से निजात नहीं मिल पा रही है तो आप 11000 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप कर सकते हैं. ऐसा करने से आपको बीमारी से राहत मिल सकती है.
-कई उद्देश्य ऐसे हैं जिनकी प्राप्ति के लिए सवा लाख बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना अनिवार्य है. जैसे पुत्र की प्राप्ति, सामाजिक और आर्थिक उन्नति और अकाल मृत्यु से बचाव.
अगर इंसान पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ ये मंत्र साधना करे तो उसे मनचाहा फल मिल सकता है.
Mahamrityunjaya Mantra महामृत्युंजय मंत्र Maha Mrityunjaya Mantra in Hindi
Mahamrityunjaya Mantra महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से बहुत सी समस्याएं और बाधाएं दूर होती हैं. महामृत्युंजय मंत्र के साथ भगवान शिव का अभिषेक करने से इंसान को जीवन में कभी खराब हेल्थ की समस्या नहीं आती.
Mahamrityunjaya Mantra महामृत्युंजय मंत्र जपने से अकाल मृत्यु टलती है और इंसान बीमारियों से मुक्त होता है. अगर मनुष्य नहाते वक्त शरीर पर लोटे से पानी डालने के दौरान महामृत्युंजय मंत्र का जाप करे तो उसका स्वास्थ्य अच्छा रहता है.
पहले दूध को देखते हुए महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया जाए और उसके बाद उसी दूध को पी लिया जाए तो इंसान के यौवन की सुरक्षा होती है. यानी मनुष्य युवा बना रहता है.
मनुष्य के जीवन में कई ऐसी परिस्थितियां आती हैं जब उसके लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप काफ़ी फ़ायदेमंद साबित हो सकता है. ऐसी ही कुछ परिस्थितियां नीचे दी गई हैं.
-ज्योतिष के मुताबिक अगर जन्म, मास, गोचर, दशा, अंतर्दशा, स्थूलदशा वगैरह में ग्रहपीड़ा होने का योग हो.
-किसी महारोग की पीड़ा.
-ज़मीन-जायदाद के बंटवारे का विवाद.
-हैजा-प्लेग जैसी महामारी
-सत्ता या संपत्ति को खोने का ख़तरा
-धन-हानि होने की सूरत में.
-मेलापक में नाड़ीदोष या षडाष्टक.
-राजा का डर.
-धार्मिक कार्यों में मन न लगना.
-देश के बंटवारे की स्थिति
-इंसानों में आपसी बैर-भाव या दुश्मनी
-त्रिदोषवश होने वाले रोग.
Mahamrityunjaya Mantra महामृत्युंजय मंत्र को चमत्कारी मंत्र माना जाता है लेकिन इसका जाप करने के लिए कुछ सावधानियां भी ज़रूरी हैं. इस मंत्र का पूरा लाभ लेने के लिए और किसी अनहोनी से बचने के लिए नीचे दी गई बातों का ध्यान रखना चाहिए.
-मंत्र जाप करते वक्त उच्चारण शुद्ध होना चाहिए.
-मंत्र का जाप एक निश्चित संख्या में करना चाहिए.
-जिस दिन जाप कर रहे हैं उससे पहले के दिनों में किए गए जाप से कम बार मंत्र का जाप न करें. मान लीजिए एक दिन आपने 1100 बार मंत्र जाप किया तो अगले दिन 1100 से कम बार मंत्र जाप न करें. ज्यादा बार कर सकते हैं.
-मंत्र का उच्चारण धीमे स्वर में करना चाहिए.
-मंत्र जाप करते वक्त धूप-दीप जलते रहना चाहिए.
-मंत्र जाप रुद्राक्ष की माला पर ही करना चाहिए.
-माला को गौमुखी में रखना चाहिए. जब तक जाप की संख्या पूरी न हो जाए, माला को गौमुखी से बाहर नहीं निकालना चाहिए.
-मंत्र जाप करते वक्त भगवान शिव की मूर्ति, तस्वीर, शिवलिंग या महामृत्युंजय यंत्र पास में रखना ज़रूरी है.
-महामृत्युंजय मंत्र के सभी जप कुशा के आसन पर बैठकर करने चाहिएं.
-मंत्र जाप करते वक्त दूध मिले जल से शिवजी का अभिषेक करते रहना चाहिए या उसे शिवलिंग पर चढ़ाते रहना चाहिए.
-महामृत्युंजय मंत्र जाप पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके करना चाहिए.
-जिस जगह से मंत्र जाप की शुरुआत हो उसी जगह पर ही लगातार जाप करना चाहिए. मंत्र जाप के लिए एक निश्चित स्थान बना लेना चाहिए.
-मंत्र जाप करते वक्त मन को इधर-उधर भटकने न दें. एकाग्र होकर मंत्र जाप करें.
-मंत्र जाप करते वक्त आलस और उबासी नहीं आनी चाहिए.
-झूठी बातें नहीं करनी चाहिए.
-मंत्र जाप करते वक्त स्त्री से दूरी बना कर रखें.
-मंत्र जाप करने के वक्त के दौरान मांसाहार नहीं करना चाहिए.
Mahamrityunjaya Mantra महामृत्युंजय मंत्र Maha Mrityunjaya Mantra in Hindi