जेवर से RLD प्रत्याशी अवतार सिंह भड़ाना को चुनाव आयोग का नोटिस
जेवर से RLD प्रत्याशी अवतार सिंह भड़ाना को चुनाव आयोग का नोटिस
भड़ाना पर लटकी तलवार
जिला निर्वाचन अधिकारी ने भेजा नोटिस
उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में जेवर विधानसभा सीट पर भड़ाना का बहाना और फसाना काफी चर्चा में है. यहां बीजेपी के विधायक अवतार सिंह भड़ाना आरएलडी के टिकट पर पहले मैदान में उतरे, फिर मैदान छोड़ दिया, और फिर वापस मैदान में लौट आए. भड़ाना का चुनाव न लड़ने का बहाना और फिर लौट आने का फसाना लोगों को हकीकत में समझ नहीं आ रहा है.

समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के गठबंधन के उम्मीदवार अवतार सिंह भड़ाना के खिलाफ अब एक नोटिस जारी किया गया है. गौतम बुद्ध नगर जिला निर्वाचन अधिकारी ने नोटिस जारी करते हुए भड़ाना से 24 घंटे में जवाब मांगा है. वीडियो में आगे आपको बताउंगा कि ये नोटिस क्यों जारी किया गया है. लेकिन पहले भड़ाना के बारे में कुछ और भी जान लेना ज़रूरी है.
अवतार सिंह भड़ाना 2017 में बीजेपी के टिकट पर मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट से विधायक चुने गए थे. बीजेपी की प्रचंड लहर के बावजूद भड़ाना अपना चुनाव 193 वोटों के बेहद मामूली अंतर से जीत पाए थे. इसके बावजूद वो चाहते थे कि उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार में अहमियत दी जाए लेकिन उन्हें यूपी सरकार में मंत्री नहीं बनाया गया. भड़ाना उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में अपनी अनदेखी के चलते नाराज रहे.

बीजेपी से भड़ाना की नाराज़गी इतनी ज्यादा थी कि वो बीजेपी के विधायक रहते हुए ही साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में हरियाणा की फरीदाबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ गए थे. हालांकि उन्हें इस चुनाव में कृष्णपाल गुर्जर ने बुरी तरह हरा दिया था. 2019 में भड़ाना को लगभग साढ़े छह लाख वोटों से हार झेलनी पड़ी थी.
इस बड़ी हार के बाद भड़ाना ने जेवर से चुनाव लड़ने का मन बनाया और वहां आना जाना शुरू किया.
बीजेपी से बगावत करके भड़ाना वहां से टिकट मिलने का रास्ता पहले ही बंद कर चुके थे. इसलिए उन्होंने दूसरे दलों से संपर्क करना शुरू किया. चुनाव नज़दीक आने पर आखिरकार भड़ाना 12 जनवरी 2022 को राष्ट्रीय लोकदल में शामिल हो गए और तुरंत ही समाजवादी पार्टी-राष्ट्रीय लोक दल गठबंधन ने अवतार सिंह भड़ाना को जेवर से अपना प्रत्याशी बना दिया. इसके बाद भड़ाना ने अपना नामांकन किया और चुनाव प्रचार करना भी शुरू किया.
यहां तक सब ठीक था लेकिन मामले में ट्विस्ट आया 20 जनवरी 2022 को जब अवतार सिंह भड़ाना के वकील ने बताया कि भड़ाना चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अवतार सिंह भड़ाना के एडवोकेट रविकांत गुरुवार यानी 20 जनवरी को अचानक डीएम ऑफिस पहुंच गए और वहां उन्होंने रिटर्निंग ऑफिसर से भड़ाना के चुनाव न लड़ने की बात कही. भड़ाना के वकील ने मीडिया को भी बताया कि भड़ाना कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और उन्होंने जनहित में फैसला लिया है कि अब वो चुनाव नहीं लड़ेंगे. लेकिन अभी एक और ट्विस्ट आना बाकी था.
रात होते-होते अवतार सिंह भड़ाना ने ट्वीट करके ऐलान कर दिया कि वो फिर से चुनाव मैदान में आ गए हैं. भड़ाना ने लिखा कि उनकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आई है और वो चुनाव लड़ेंगे. यानी दोपहर से रात तक वो कोविड पॉजिटिव से कोविड निगेटिव हो गए.
अब इन 6 घंटों में क्या हुआ ये तो भड़ाना ही बता सकते हैं लेकिन मीडिया में कई तरह के फसाने चल रहे हैं. कहीं डीलिंग की बात कही जा रही है तो कहीं कहा जा रहा है कि खुद भड़ाना को ही हार का डर सता रहा है.
इसी बीच गौतम बुद्ध नगर में रिटर्निंग ऑफिसर ने अवतार सिंह भड़ाना के खिलाफ नोटिस जारी किया है. 24 घंटे के अंदर जवाब न देने पर अवतार सिंह भड़ाना के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मीडिया रिपोर्ट्स में रिटर्निंग ऑफिसर रजनीकांत मिश्रा ने कहा है कि अवतार सिंह भड़ाना ने प्रशासन को बिना जानकारी दिए अपना दफ्तर खोला है, उसी को लेकर उनके खिलाफ नोटिस जारी किया गया है.
रजनीकांत मिश्रा ने बताया कि किसी भी प्रत्याशी को अपना चुनावी दफ्तर खोलने से पहले चुनाव अधिकारी को इसकी जानकारी देनी होती है लेकिन अवतार सिंह भड़ाना ने जेवर में झाझर रोड पर अपना ऑफिस खोला और उसके बारे में चुनाव अधिकारी को कोई भी जानकारी नहीं दी. इसी को लेकर उनके खिलाफ एक नोटिस जारी किया गया है.
अब देखना होगा कि भड़ाना इस नोटिस का क्या जवाब देते हैं. ये भी देखना होगा कि क्या भड़ाना इस चुनाव में बने रहेंगे या फिर कोई बहाना बनाकर चुनाव छोड़ कर चले जाएंगे.