क्या अक्षय कुमार दिल्ली से चुनाव लड़ेंगे?

क्या अक्षय कुमार दिल्ली से चुनाव लड़ेंगे?

2024 के चुनाव के लिए दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन होने की खबर आने के बाद अब एक और खबर चर्चा में है. मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि एक्टर अक्षय कुमार बीजेपी के टिकट पर दिल्ली की चांदनी चौक सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं.

दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समझौते के तहत दिल्ली की सात सीटों का बंटवारा कर चुके हैं. सात में से चार सीटें आम आदमी पार्टी के हिस्से में और तीन कांग्रेस के खाते में आई हैं. मीडिया में आई रिपोर्ट के मुताबिक आम आदमी पार्टी दिल्ली में नई दिल्ली, वेस्ट दिल्ली, साउथ दिल्ली और ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं कांग्रेस नॉर्थ ईस्ट, नॉर्थ वेस्ट और चांदनी चौक सीट पर चुनाव लड़ेगी.

2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने दिल्ली की सातों सीटों पर बेहतरीन जीत हासिल की थी। उसने पूरी दिल्ली में लगभग 57 फीसदी वोट हासिल किये थे.

बीजेपी का मकसद है कि हर लोकसभा या विधानसभा चुनाव में उसे 51 फीसदी से अधिक वोट मिलें. ये लक्ष्य दिल्ली में पिछले चुनाव में उसने हासिल भी किया है. पिछले चुनाव में दिल्ली की सभी सातों सीटों पर भाजपा के उम्मीदवारों ने 51 फीसदी या उससे अधिक वो पाये थे.

हालांकि जिस सीट पर बीजेपी का प्रदर्शन सबसे कम अच्छा था वो सीट थी चांदनी चौक की. सातों सीटों में से चांदनी चौक सीट पर बीजेपी उम्मीदवार सबसे कम अंतर से जीता था.

भाजपा के जीते उम्मीदवारों का उनके नजदीकी विपक्षी उम्मीदवारों से जीत का अंतर मत प्रतिशत के अनुसार सबसे कम 23 फीसदी चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में और अधिकतम 40 फीसदी पश्चिमी दिल्ली में रहा था.

अब जब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में समझौता हो गया है तो बीजेपी का सबसे ज्यादा ध्यान चांदनी चौक सीट पर ही है. बीजेपी को चिंता हो सकती है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के मिल जाने से कहीं दिल्ली में वो लोकसभा चुनाव में कोई सीट हार ना जाए. इसीलिए चांदनी चौक सीट से अभिनेता अक्षय कुमार के चुनाव लड़ने की चर्चा है.

हालांकि पिछले चुनाव में भी इसी तरह की खबरें आई थीं कि अक्षय कुमार 2019 का चुनाव चांदनी चौक से लड़ सकते हैं. ये संभावना इसलिए भी बनी थी क्योंकि अक्षय कुमार ने तब प्रधानमंत्री का एक इंटरव्यू भी किया था. खबर ये भी आई थी कि बीजेपी नेताओं ने उनसे चुनाव लड़ने को लेकर संपर्क किया था. 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्षय को ट्वीट कर उन्हें लोकसभा चुनाव में मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने की अपील की थी. अक्षय कई मौकों पर पीएम मोदी की तारीफ भी कर चुके हैं. वह पीएम मोदी को भारत का सबसे बड़ा प्रभावशाली व्यक्ति बता चुके हैं.

इन्हीं सब नज़दीकियों की वजह से ये अनुमान लगाया जा रहा था कि अक्षय कुमार चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन 2019 में तो ऐसा हुआ नहीं. इसके पीछे एक वजह उनकी कैनेडा की सिटिज़नशिप भी रही. हालांकि अब अक्षय ने कैनेडा की नागरिकता छोड़ दी है. तो 2024 में एक बार फिर उनके चुनाव लड़ने की चर्चा तेज़ हो गई है. हालांकि, चुनाव लड़ने वाली अफवाहों पर अक्षय कुमार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. वैसे 2019 के दौरान अक्षय कुमार से मीडिया ने कई बार चुनाव लड़ने को लेकर सवाल भी पूछे थे, लेकिन उन्होंने हर बार इनकार कर दिया. उन्होंने कहा था कि वो जो कर रहे हैं उसी में खुश हैं. राजनीति में आना उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है. 2019 के आम चुनावों में पंजाब के गुरदासपुर से भी उनके चुनाव लड़ने की चर्चा थी. हालांकि उन्होंने ट्वीट करके चर्चा पर विराम लगा दिया था. अक्षय कुमार ने तब कहा था मैं चुनाव लड़ने नहीं जा रहा. 

हालांकि अक्षय कुमार के ससुर राजेश खन्ना नई दिल्ली की सीट से कांग्रेस के सांसद रह चुके हैं. कई रिपोर्ट में कहा गया है कि 2014 के चुनाव से पहले कांग्रेस ने उनसे भी चुनाव लड़ने को कहा था.

कांग्रेस की ओर से ऑफर किया गया था कि वो लोकसभा का चुनाव ल ड़ें लेकिन उन्होंने कांग्रेस का टिकट ठुकरा दिया था। बताया जाता है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अक्षय को टिकट ऑफर किया था, लेकिन उन्होंने राजनीति में आने से साफ़ इनकार कर दिया। यदि अक्षय वो टिकट स्वीकार करते तो निश्चित रूप से चांदनी चौक से चुनाव लड़ते, जहां उनका मुकाबला आम आदमी पार्टी के आशुतोष और भाजपा के हर्ष वर्धन से होता। चांदनी चौक अक्षय का नेटिव प्लेस है और यहां अधिकतर उनके प्रशंसक रहते हैं, ऐसे में अक्षय की जीत भी तय थी, लेकिन उन्होंने साफ़-साफ़ कहा था कि राजनीति में उन्हें इंटरेस्ट नहीं है और फिलहाल इसमें आने का उनका कोई मूड भी नहीं है।

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